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घर घर में सत्ताधारी है

पहले तो घर के बाहर थी राजनीति
अब तो घर घर में सत्ताधारी है
I

इस घर की बात उस घर उसकी इस घर में
चुगली करना हर घर की बीमारी है
I

अपनों की छोड़ फिक्र दुसरों की करते हैं
कोई इनको बताए कहाँ की समझदारी है
I
अब तो घर घर में सत्ताधारी है I

क़ाफ को काफ शीन को सीन कहने वाले भी
खुद को कहते बहुत बड़ा क़ारी हैं
I

शिद्दते आब हुआ खुदा ने दिखाया करिश्मा
दी इतनी ताक़त एंड़ी में कि चश्मा अब भी जारी है
I
अब तो घर घर में सत्ताधारी है
I

लोगों से बेहतर खुद को आला समझते हो
ये करके दिखलाओ देखें कितनी बेदारी है
I

झुंड में फस जाना खामोशी अख़्तियार कर लेना
क्योकि तुम अकेले और उनका पलड़ा भारी है
I
अब तो घर घर में सत्ताधारी है
I
                                                वाहिद शाहाबादी

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